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Showing posts from February, 2017

अपना काम स्वयं करो

एक चिड़िया ने एक गेहूं के खेत में अपना घोसला बनाया था।  उसमे उसके दो छोटे बच्चे थे।  बच्चे अभी बहुत छोटे थे इसलिए उड़ नहीं सकते थे।  गेहूं लगभग पकने वाले थे।  चिड़िया अपने बच्चो को छोड़ कर दान चुगने जाती थी।  एक दिन जब चिड़िया डेन लाने गयी थी उसी समय किसान और उसका बेटा खेत पर आये।  वे लोग आपस में बाते करने लगे कि फसल पकने को हैं चलो हम लोग मजदूरो से कह के फसल को कटवाते हैं।  चिड़िया के बच्चो ने भी ये बातें सुनी और सुन के वो लोग बहुत डर गए। अगर फसल काट गयी तो वो लोग कहा रहेगे।  यह बात सोच के बच्चे बहुत परेशान हो गए।  शाम को जब चिड़िया वापस लौटी तो बच्चे डरे सहमे उसे ये बाते बताने लगे कि किसान आया था और खेत को मजदूरो से कटवाने की बाते कर रहा था।  चिड़िया ने उनकी बात ध्यान से सुनी और फिर बोली तुम लोग परेशान ना हो कोई फसल काटने नहीं आएगा। इस बीच गेहूं पुरे पक गए।  कुछ दिनों बाद किसान और उसका बेटा फिर खेत पर आये। वो लोग मजदूर न मिलने के कारण बहुत चिंतित थे।  किसान ने कहा गेहूं तो पक गए।  चलो हम लोग पड़ोशियो के मदद से फसल को कल काटते ...

कभी न ख़त्म न होने वाली कहानी

कल मेरे बेटे ने एक लंबी कहानी सुनाने के लिए कहा और मैंने ये कहानी सुनाया :- एक जंगल में एक शेर रहता था।  एक दिन उसके मन में ये विचार आया कि उसे एक मंत्री रखना चाहिए।  उसने सारे जंगल के जानवरो की एक सभा बुलवायी और अपना विचार सबके सामने रखा।  बहुत सारे  जानवर शेर के मंत्री बनना चाहते थे।  शेर ने सारे जानवरो को  एक एक कर के अपनी उम्मीदवारी के पक्ष में अपनी बात कहने का अवसर दिया।  सबसे पहले हाथी आगे आया और अपने बारे में बताने लगा।   हाथी:  मैं बहुत बड़ा और बलवान हूँ।  मैं पेड़ो की ऊँची टहनियों तक अपनी सूड़ के सहायता से पहुँच सकता हूँ।  मैं आपके के लिए सुन्दर और ताजे फल ला सकता हूँ। मैं आपके राज्य की देखभाल अच्छे से कर सकता हूँ।  मैं आपका मंत्री बनने के लिए सबसी उत्तम हूँ। शेर : बहुत अच्छा।  किन्तु सबसे पहले मैं सारे उम्मीदवारों की बात सुनुगा।  उसके बाद ही किसी फैलसे पर पहुँचूँगा।  अच्छा अब दूसरा कौन है ? बाघ : ओ मेरे राजा, मैं सबसे  तेज भाग सकता हूँ।  मैं आपके लिए शिकार कर सकता हूँ।...