होली रे


रंग रंगीली मनभावन आई फिर से होली रे ,
लाल हुआ फिर अम्बर गुलाल से,
आसमान ने मानो आज हो रंग की पोटली खोली रे ,
आओ पिंकी , पप्पू, बबलू आओ,
आओ खेले रंग मिलकर सारे हमजोली रे ,
झूम रहे है लोग सभी खाके के भंग के गोली रे,

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